बाप को मारो
मां को मारो
बहिन को मारो
अपने पूरे खानदान को
मारो
बस पत्नी की, अपने
परिवार की और
ससुराल की आरती उतारो
सोशल मीडिया पे
एक इमोशनल सा
मैसेज डालो
जब किसी से पर्सनली
मिलो उसे आंखों में
आंसू भर के
भर्राये गले से
रो रोकर अपनी
मजबूरियों की झूठी
और मनगढ़ंत कहानी
सुना डालो
बीवी के हर झूठ को सच
साबित करने के लिए
अपनी बहिन का
गला काट डालो
उसे नीचा दिखाओ
झूठी ठहराओ
कल, आज और कल
हर पल ऐश करो
बाप की प्रॉपर्टी,
पैसे, हर चीज को
कैश करो
बाकी सबको लात मारकर
उनके अधिकारों से
वंचित करो
आंखें डबडबा के
झूठ की गंगा बहाये
जाओ
परिवार के किसी
सदस्य का इलाज न
कराओ
जगह जगह
मन्दिर स्थापित करो
मूर्तियां लगाओ
हवन कराओ
सारे कर्मकांड करो
पारिवारिक जिम्मेदारियों
से बचो
हर फिजूल की
क्रियाओं में भाग लो
मां बाप मर रहे हो
तो उन्हें एक बूंद पानी
न दो
न उनसे मिलो
न उन्हें याद करो
न जिंदा रहते
न मरने पर
यह कपूत कभी सपूत ही
न हुआ
ताज्जुब होता है मुझे कि
ऐसे कलयुगी बच्चों को इनके
मां बाप ने जन्म ही क्यों
दिया।
मीनल