भाग्य का विधान
किसी नगर में सागरदत्त नाम का एक बनिया रहता था | एक बार उसके बेटे में सौ रूपए में [...]
किसी नगर में सागरदत्त नाम का एक बनिया रहता था | एक बार उसके बेटे में सौ रूपए में [...]
किसी बस्ती में एक शिकारी रहता था | एक बार वह मृगो की खोज करता हुआ घने जंगलों में [...]
दक्षिण के किसी जनपद में महिलारोप्य नामक एक नगर था | उस नगर में थोड़ी दूर पर बरगद का [...]
बहुत समय पहले किसी नगर में धर्मबुद्धि और पापबुद्धि नाम के दो दरिद्र मित्र रहते थे | एक दिन [...]
किसी तालाब में तीन मछलियां रहती थीं | उनके नाम थे अनागत विधाता, प्रत्युत्पन्नमति और यद्भविष्य | एक बार [...]
एक तालाब में कंबुग्रीव नाम का एक कछुआ रहता था | उसी तालाब में प्रतिदिन आने वाले दो [...]
एक बार की बात है कि वर्षाकाल आरम्भ होने पर अपना चातुर्मास्य करने के उद्देश्य से मैंने किसी गाँव [...]
समुन्द्र के तट पर एक स्थान पर एक टिटिहरी ला जोड़ा रहता था | कुछ दिनों बाद टिटिहरी [...]
किसी जंगल में मदोत्कट नाम का एक शेर रहता था | चीता, कौआ और गीदड़ उसके सेवक थे | [...]
किसी जंगल में चंडरव नामक एक सियार रहता था | एक दिन वह भूख से व्याकुल भटकता हुआ लोभ [...]
बहुत समय पहले किसी नगर में एक जुलाहा और एक बढ़ई रहते थे | उन दोनों में गहरी दोस्ती [...]
एक बार गोमायु नाम का एक गीदड़ भूखा-प्यासा जंगल में घूम रहा था | घूमते-घूमते वह एक युद्ध भूमि [...]
एक स्थान पर वट वृक्ष की जड़ में रहने वाले अपने एक प्रिय मित्र सियार के पास गए और [...]
किसी वन प्रदेश में एक विशाल सरोवर था | उस सरोवर में तरह-तरह के जलचर जीव रहते थे | [...]
किसी वन में भासुरक नाम का एक सिंह रहता था | वह अपनी शक्ति से मदमत्त होकर प्रतिदिन जो [...]