पतंगे कहाँ खो गई
रविवार के दिन सुबह से ही घर के बाहर शोर -गुल होना शुरू हो जाता । मैं उठकर छत [...]
रविवार के दिन सुबह से ही घर के बाहर शोर -गुल होना शुरू हो जाता । मैं उठकर छत [...]
विस्मित सा उस नौजवान को गौर से देखने पर भी यादास्त में नही आ रहा , वह पैरो मे [...]
“…और मैं अनूप जलोटा का सहपाठी भी था।” *कलाकार श्री सत्यपाल सोनकर पिछले शादी के सीज़न से ये आदत [...]
****समय पंख लगाकर कैसे उड़ गया पता ही नहीं चला | माँ का कमरे से आवाज लगाना दौड़कर माँ [...]
आज से 10-12साल पहले हमारे और पड़ोसी गांवों में आम, महुआ, जामुन, बाँस, कटहल, शीशम, और सहिजन के पेड़ [...]
भारत की चेतना सदैव आध्यत्मिक रही है ।मैं स्वयं भी बहुत आध्यात्मिक हूँ पर उस अर्थ में नहीं जिस [...]
जीवन में सुख दुःख आते जाते रहते हैं लेकिन इंसानी स्वभाव है कि हम दोनों को एक ही भाव [...]
आज सफाई करते हुए पुरानी डाईरी हाथ लग गई सब ठीक से रखी पर डाईरी वापस रह गई ।दोपहर [...]
बात अभी पिछले वर्ष की ही है, मैं कक्षा दसवीं में पढ़ता था । पढ़ने में अच्छा था और [...]
आज कलम लेकर यूँही बैठी थी , टेबल पर माँ और पिताजी की तस्वीर देख ऐसा प्रतीत हुआ [...]
#पिंगलवाड़ा (अमृतसर) पिंगल का अर्थ है--(#अनाथ_अपाहिज_बुद्धिहीन) वाड़ा............(#बच्चे) साईकल यात्रा के 7वें दिन,जब हम पिंगलवाड़ा में पहोंचे थे... अंदर का [...]
कभी कभी सोचती हूँ की हम समझदार है सब समझते है ।सत्य क्या है झूठ क्या है धार्मिक प्रवचन [...]
नव वर्ष के आगमन की सुगबुगाहट दिसंबर महीने के आरम्भ से ही माहौल में. पैर पसारने लगती है। मेरे [...]
ये यादें 16-4-2007 की हैं । जब एक खास मौका था , गुजरात घुमने का।जाना तो मेरी बड़ी दीदी [...]
मेरी डायरी से "लेहरों से डरकर नोका पार नही होती और कोशिश करने वालो की कभी हार नही होती" [...]