जाको राखे साइयां मार सके ना कोय।। Kavi Shyam JI Gupta लघुकथा 0 Comments भूख और प्यास से तड़पता हुआ एक गधा जंगल की ओर निकला और हरी घास को देखकर उसका मन प्रफुल्लित हो गया। Continue Reading