क्यों कहते हैं?
चाय की दुकान पर नये-पुराने ग्राहकों के बीच एक ऐसा ग्राहक कुक्कू जिसे दोबारा कभी उस जगह नहीं आना था। कुक्कू के साथ उसकी रूसी गर्लफ्रेंड डेना भी थी। कुक्कू - “ओए! 2 चाय,…
है महाराणा महान, है भारत महान
हल्दीघाटी के युद्ध में महाराणा ने, दुश्मनों के खून से होली खेला था। काट-काट कर सिर को उनके, अकबर के घमण्ड को तोड़ा था।। जल रहा था अकबर घमण्ड में, धूं-धूं कर के।…
विवाह बाजार
विवाह या शादी हर इंसान का ख्वाब या सपना होती है और २५-२६ साल के होते ही कच्चा माल "प्रोसेस्ड" होकर बाजार में बिकने आ जाता है! जितनी अच्छी नौकरी, उतने ही अच्छे…
विश्व गुरु भारत
मिले विश्व-गुरु का ताज़ भारत को, करते हैं हम सब अर्चन, पर, हम जानते हैं कि हम ही हैं , इसकी राहों में अड़चन। दोगली नीति हम सब को चाहिए, हमें ना कोई कष्ट हो, दूसरे की…
भारत मां के बेटे है
घर द्वार सब छोड़कर, सरहद पर करते है लड़ाई, अपनो की चिंता नही, सीमा पर है गोली खाई ।।। वंदे मातरम् की नारा, सब मिलकर गाते…
Veero ki pathshala
हैं भारत वीरो की पाठशाला, किसकी सुनाऊ में वीरता कीगाथा! देशभक्ति में ऐसा दूजा वतन नहीं, नही कोई योंही सर कलाम करवाता! सुभाष की क्रांति वीरता की मिशाल हैं, दुश्मनों का आज भी…
भारत वीर
: नये साल का वो सुबह सवेरा नई उमंग नए जोश में मन मेरा । मैं भी बहुत खुश था सुबह-सुबह सुन 'हैप्पी न्यू ईयर' का स्वर सब जगह।। सोचा नए दिन की…
कला में संतुलन की कला
“लाइफ इज़ नॉट फेयर”, ये प्रचलित कहावत है। मैंने पहले कई बार कलाकारों की दयनीय स्थिति पर बात रखी है। आज एक अलग सिरे से विचार रख रहा हूँ। कलाकार अगर प्रख्यात हो जाये तो जीवन सही है
सड़ता हुआ मांस क्या कहेगा?
अपने रचे पागलपन की दौड़ में परेशान समाज की कुत्सित मानसिकता "अच्छा-अच्छा मेरा, छी-छी बाकी दुनिया का" पर चोट करती "वीभत्स रस" में लिखी नज़्म-काव्य। यह नज़्म आगामी कॉमिक 'समाज लेवक' में शामिल…
किसका भारत महान?
पैंतालीस वर्षों से दुनियाभर में समाजसेवा और निष्पक्ष खोजी पत्रकारिता कर रहे कनाडा के चार्ली हैस को नोबेल शांति पुरस्कार मिलने की घोषणा हुई। नोबेल संस्था की आधिकारिक घोषणा के बाद से उनके…